राहें हो राहें.... ले जाएंगी जहाँ, जाएंगे हम वहाँ, राहें हो राहें.... ले जाएंगी जहाँ, जाएंगे हम वहाँ,
रही अडिग सत्य पथ पर तो निश्चय ही स्वयंसिद्धा कहलाओगी। रही अडिग सत्य पथ पर तो निश्चय ही स्वयंसिद्धा कहलाओगी।
समय मुट्ठी की रेत सा फिसलता जा रहा है , हर लम्हा यूँ ही गुजरता जा रहा है, समय मुट्ठी की रेत सा फिसलता जा रहा है , हर लम्हा यूँ ही गुजरता जा रहा है,
झरना का लक्ष्य है सागर में मिलना, ऊँची-नीची राहों से इसको क्या करना ! झरना का लक्ष्य है सागर में मिलना, ऊँची-नीची राहों से इसको क्या करना !
बांटना पड़ता है दुख, हर एहसास , जज़्बात और दिल का एक कोना, इसमे सिर्फ फ़ोन , वाट्सअप बांटना पड़ता है दुख, हर एहसास , जज़्बात और दिल का एक कोना, इसमे सिर्फ फ़ोन ...
साथ मिले यदि दूजे का तो, बंधे प्रेम की डोर। साथ मिले यदि दूजे का तो, बंधे प्रेम की डोर।